THE 5-SECOND TRICK FOR LYRICS OF SHIV CHALISA

The 5-Second Trick For lyrics of shiv chalisa

The 5-Second Trick For lyrics of shiv chalisa

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चित्रकूट के घाट-घाट पर, शबरी देखे बाट - भजन

अर्थ: आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच खिले कमल के समान दिखाई देते हैं। कार्तिकेय व अन्य गणों की उपस्थिति से आपकी छवि ऐसी बनती है, जिसका वर्णन कोई नहीं कर सकता।

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥

अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजे। कांधे मूंज जनेउ साजे।।

शिव भजन

सोमवार के दिन आप सब से जल्दी उठ जाए और उसके बाद स्नान करें फिर पूजा घर में शिव जी माता पार्वती और website नंदी को स्थापित करें तथा उन पर गंगा जल चढ़ाएं उसके उपरांत भगवान शिव की प्रतिमा पर तिलक लगाएं और पूजा आरंभ करें ध्यान रखें जी आप सबसे पहले गणेश भगवान की आरती करें और उसके बाद ही आप शिवजी की चालीसा करें शिवजी पर बेलपत्र अवश्य चढ़ाएं.

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥

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